उम्र बढती है,नजर घटती है, आशा बढती है,होश घटते है|
मोटापा पहले बहुत खुब खिलाता तो है मगर हदसे बाहर होनेके बाद रुलाताभी बहोत है|
बहोतसेे गोरे चिट्टे लोग आजकल कोयलेकि कालिख लेके घुमते नजर आ रहे है| उनसे हमेशा सावधानी बरतनी चाहिये|
बाग तो हमेशाही खिलखिलाते रहते है लेकिन उनमें बहार तो मेरे मेहबुबके आनेसेही आती है|
चेहरेकी झुर्रियाॅ मनुष्यकी उमरकी सुचना तो देती है साथ साथ उसका तजुर्बा भी स्पष्ट करती है|
मेरे साथ चल पगली मेरे रास्ते मे ही तेरी मन्जिल आती है।
जिन बच्चो को मा - बाप सिखाते हैं जीने का सलीका, उन बच्चों को ही मा - बाप का बुढ़ापे मे नही अच्छा लगता तरीका
सफलता तो अंधेरो मे भी मिलती है लोग फालतू मे माहोल का बजाते है ढ़ोल
मेरा यार जब रूठता है और भी हसीन दिखता है
मेरा जो हक है, मैं उसे मांगता नहीं छीन लेता हूँ।
आँखो मे आता है पानी लेकिन नहीं रुकती मेरी संघर्ष की कहानी
काश की तस्वीर और तकदीर में कोई फर्क नहीं होता, तस्वीर की तरह तकदीर का चेहरा भी मुस्कुराता रहता
जब से उनसे हुए हैं मुख़ातिर उन्हे माना है अपनी तकदीर
गम ए मोहब्बत अजीब होता है जो कभी नहीं मिलता वो ही दिल के करीब होता है
मेरी ख्वाहिशों पे लगाके बंदीशे वो कर रहे है मेरे खिलाफ सादीशे
तरीखे बदल जाती है लेकिन यादे आज भी वही रह जाती है
गलत के आगे झुकने से अच्छा टूटना है
भूख भी है प्यास भी है लेकिन प्रभु इस जहन मे छिपी एक ही आश है
इतनी बेवफाई के बाद आज भी कुछ बचा है, पता नहीं इन लकीरों में और क्या रचा है
भरोसा कर के थामा था जिनका दामन उन्होने दिया आंसुओ का सावन
अच्छा होता है कहना अलविदा, अगर कोई साथ रह के रहे जुदा