नजरिया बदलो सब खूबसूरत लगेगा हर रोज चाँद जगमगाता और गुलाब खिलता दिखेगा
हम नहीं होते नाराज हमारे लिए जिन्दगी एक खूबसूरत साज़ है
कोई राज नहीं है में एक खुली किताब हू हर रोज खुशबू के साथ खिलने वाला गुलाब हू
हर रात मिले तुम्हें एक नया ख्वाब और हर सुबह चमको बनके तुम एक नवाब
मोहब्बत को तरीखों में मत समेटो इन पाक जज्बातों को पलो की कैद में मत लपेटो
क्यूँ देवता का इन्तजार करते हो शुकून मिलेगा मा - बाप को पूजने से क्यूँ उन पत्थरों पर मरते हो
दुनिया मे रब का दूसरा नाम नसीब है जिसके पास नसीब है रब उसके करीब है
अंधेरो में ही सही लेकिन उनसे मुलाकात तो होगी ये अंधेरा रोशनी से टकराएगा वो कयामत तो होगी
जब भी कदम बढ़ाए सिर्फ रोए है हर रोज भीगे तकिये के साथ हम सोए है
आज भी याद आती है वो दहलीज जहा सीखी थी मैंने तमीज
खामोशिया बड़े रुतबे से जीती है क्यूंकि खामोशिया बड़े तजुर्बे से मिलती है
मेरा दर्द सनम बनके हर रोज मुझे चूमता है, शायद इसलिए अब ये दिल खुशी से ज्यादा दर्द को ढूँढता है
आज हर रिश्ता करता है दगा, समज ही नहीं आता यहा कोन है सगा
आज ऐसा बन गया है मेरा मुल्क जहा सच्चाई देती है हर वक्त शुल्क
दिल ए जहा मे तु ही बसता है इसलिए तेरे आगे ये दिल सजदा करता है
भीड़ मे सिर्फ तुझे चुना इसलिए आज दिल का कोना है सुना
Gussa karna mujhe aaj bhi nahi ata, nafrat karna mujhe hay shikhaya tum logo ne, bhugatna tumhi ko padega, taiyar ho jao.
मुझे दुःखी करके ये मत सोचो कि मैं टूट गया, मैं एक ऐसी जलती मशाल हूँ जहाँ गम भी दम तोड़ देता है।
जब इरादा बना ही लिया ऊंची उड़ान का, तो क्यूं है कद देखता इस आसमान का।
कुछ दर्द मुझे भी सहने दे, टूटा हूँ तो खुद से सम्भलने दे....
प्यार के दायरे ही मुझे मजबूर करते हैं, वर्ना मुझसे दगा करने वाले की सज़ा मेरे आँसू गिरने से पहले मैं मुक़र्रर कर देता हूँ।