मरना नहीं शहीद होना है वतन पे, मुझे तो तिरंगा चाहिए कफन मे
सब बोलते है हर नारी में बसता है अपनत्व , तो फिर ससुराल में परायी बेटी को क्यूँ नहीं मिलता ममत्व
नहीं दे सकते किसी को मां की उपमा, जननी के सिवाय बाकी सब होती है उपमा
वो अपनी जुल्फों से बवाल करते है, बीन लब्ज के आँखो से सवाल करते है
प्यार तुम्हारा मेरी रूह में बसता है , अब तो रब मे भी तेरा ही अक्ष दिखता है
तुम्हें देके अपनी कसम, नहीं मांगना हमे रहम, वक्त बताएगा तुम्हें ये प्यार था मेरा जिसे तुमने समझा भ्रम
प्यार वक्त थोड़ी है जो बीत जाए ये तो वो एहसास है जो यादों में साथ निभाता है
तु माने या ना माने में तेरे जीवन का हिस्सा हू , अतीत का नहीं कोई भूला कीस्सा हू
तुम्हारे दुःख का कारण मैं कैसे हो सकता हूँ........जबकि मैं हर पल तैयार हूं तुम्हारा साथ देने के लिये।
तुम भले ही मेरी लाइफ पार्टनर न रहो लेकिन कुछ तो रहोगी, जिसे मैं कभी नहीं भूलूंगा.........कभी भी नहीं।
तुम भले ही अपनी पूरी लाइफ मेरे साथ मत बिताओ लेकिन जब तक हो अपने उन पलों में शामिल तो करो जिनके साथ मैं अपनी पूरी लाइफ बिता सकूँ।
मैं तुझे कयामत में इस तरह गले लगा लूँ की खो जाएँ हम किसी अलग ''जहाँ'' में, मौत भी ढूढे हमारा पता और हम हों न जाने कहाँ लापता।
मैं तुम्हारी बाहों में अकेले, दुनियाँ से अलग, बंदीसों से परे एक अलग जहाँन में खुद को पता हूँ।
कभी दुःखी मत हो, तुम मेंरी संसार हो जहाँ भी जाऊंगा मैं तुममें ही रहूंगा।
जैसे-तैसे हम दोनों एक दुसरे में ऐसे खो जायें, की दुनियाँ कहीं दूर पीछे छूट जाये।
इन हवावों की साजिश भी न..... कभी तेरे पास ढकेलती हैं तो कभी तुझसे दूर।
मैं तुमसे प्यार करता हूँ क्योंकि इन हल्की-हल्की बारिसों की ठण्डी-ठण्डी हवावों ने मेरे दिल को बेचैन किया तुम्हारे दिल का साथ पाने को।
ये दिल जो महसूस करता है ना उसे शब्दों में बयां करना बड़ा ही मुश्किल है..…...
दिल तोड़ने की खता भला कौन करेगा, दिल आइना नहीं जो टूट कर भी दिखेगा।
यह तेरे आंसू नहीं, मेरी नाकामयाबी की होली है।
तू अपने आंसुओं को मुस्कुराकर छुपाती थी इस तरह, मैं भी कितना बेवकूफ था कभी जान ही नहीं सका इस बात की वजह।