इशक भी अजीब सी हवा है , ये हवा लग गयी तो मिलती नहीं कोई दवा है
जो मेरे नाम को भी भूल गयी उसकी याद आज फिर हमे रुला गयी
इशक है एक अनोखी तस्वीर , इस तस्वीर को पाने के लिए अनोखी चाहिए तकदीर
जब-जब याद मुझे तेरी आएगी, तूँ भी कहीं चैन नहीं पाएगी.....मिट्टी में मिल जाएगा गुरूर तेरा, जब अतित बन कर सामने होगा सच मेरा।
मेरी खुशियां तुझसे थी एक बार बता तो देती, मैं तुझे रिहा करवा लेता अगर तुम कब्र में ना होती।
मेरी गलतियों के लिए मुझे माफी कौन देगा जिसके साथ हुई खता, वो है क़ब्र में सोता।
ये जानते हुए कि संसार का नियम कभी असत्य नहीं होता, प्रयास करते रहना ही आत्मविश्वास है।
तेरी खुशी में मुझे अपनी खुशी मिल जाती है, तेरे हँसने से मानो मेरी दुनियाँ ही खिल जाती है।
मेरी तरफ देखो, क्या मैं तुम्हें बेवफा लगती हूं, अगर हाँ, तो तुम्हीं निकाल दो मेरे दिल से अपनी यादें, जो अभी भी इस दिल में रहती हैं।
प्यार झूठा और नफरत सच्ची करते हो वज़ह तो बता दो, सीखते हो ये तालीम कहाँ से, वो जगह तो बता दो।
मेरे तो सिन्दूर से लेके मेहंदी तक मे आप ही बसते हो , अब बस एक जगह बता दो जहा आप मुझे रखते हो
उनके पास आते ही लब्ज नहीं आँखे बाते करती है , उनके इंतजार में ये राते तारे गीन के कटती है
उन्हें सुनते हो जी कहना अच्छा लगता है उनका प्यार से बोलना बोलो जी बड़ा सच्चा लगता है
बिना एहसास के मोहब्बत नहीं मिलेगी किताबों में लेकिन इंसानियत का एहसास कर के देखो तो मोहब्बत मिलेगी इन्सानी जज्बातों में
मुझे छोटा लेकिन प्यार भरा घर चाहिए , जहा दूरिया बसती हो दिलो में ऐसा मकान नहीं चाहिए
बदलती तारीख के साथ उनका बदला प्यार , मुझ पे मरने वाला गुम गया मेरा यार
तेरी चाहत की आग आज भी इस दिल मे सुलगती है , तेरी बेवफाई से आज भी ये जिन्दगी जूलसती है
तुम्हारे पास मेरी रूह तक गिरवी है इसलिए तुम्हें चाहना मजबूरी है वरना एक बेवफा को खुद से कर लेते दूर क्यूंकि इतनी तो हम में भी खुददारी है
धोखा मिला जब बारिश का मौसम था कोई आँखो के आंसू और बारिश के पानी में फर्क समझ ही नहीं पाया
लबो से तु इंकार कर रही है , पर इन आँखो का क्या करोगी जो मेरा ही इंतजार कर रही है
प्यार की कसम प्यार से भी प्यारे हो आप , बता दो वो पैमाना जिससे तुम्हारा प्यार लू मे नाप