कोशिश करो बनने की दक्ष तभी मिलेगा लक्ष्य
किसी को हाल है दिल मत बताना यहा हर कोई जानता है सताना
प्यार ने जब भी बुलाया है बस मुझे रुलाया है
हो कोई भी दिन हो या वार सबसे पहले याद आता है तेरा प्यार
मुस्कुराती है मेरी आँख की पलक जब दिखती है उसकी जलक
दर्द भी मेरे साथ हसता है और पूछता है तू क्यूँ नहीं रोता है
वो हर रोज प्यार करना सिखाते है कुर्बानी का एक नया सबक सिखाते है
माफ कर के देखो हमे एक दफा, जान देके भी निभाएंगे अपनी वफा Sorry
मिटेंगे मंजिल से फासले जब बुलंद होंगे होसले
उसका प्यार अधूरा होके भी मुझ में रहता पूरा है
वक्त के साथ चलने का रखोगे हुनर तभी दूनीया करेगी कदर
रिश्तो के बीच पुल बनाओ दीवारे नहीं
वो रुलाता बार - बार है फिर भी ये आँखे करती उसका दीदार है
टूटा दिल और बिखरे नज़ारे जी नहीं सकते बिन अब तुम्हारे, आज जिन्दगी दम तोड़ देगी, इस दुनियाँ का साथ यहीं छोड़ देगी !!
ये जिन्दगी कैसा इम्तहान ले रही है, कल दिल टूटा आज जान ले रही है!
मेरी जिन्दगी में आ के मुझे सपने दिखा के, मेरी होनें का एहसास दिला के, तूँ दगा ही नहीं मेरी जान भी ले गयी।
बेटी को सिखाते है पूरे कपड़े पहनने की तालीम और खुद ताने सुनाके बनते है जालिम
जिन्दगी को जीना अच्छा लगता है हर गम को हस के पीना अच्छा लगता है
कुछ पाने के लिए कभी - कभी थोड़ा सा स्वार्थी भी होना पड़ता है
जिन्दगी दूसरो के फैसलो पे नहीं अपने होसलो पे जियो
पहली से अन्जान हू लेकिन तु मेरी आखरी ख्वाहिश है