जीन मा - बाप से मिलती है पहचान, मत भूलो करना उनका मान
दुनियाँ में एक बाप ही अपने बेटे से हारना पसंद करता है अन्यथा कोई नहीं!
मेरी जान ही मेरे दर्द से अन्जान है
जिस प्रकार लोहे को लोहा काटता है ठीक उसी प्रकार एक बुरी लत को एक अच्छी लत ही काट सकती है !
Ye dill tuje itni shiddat se chahta hai ki har dua me bas tera jikra aata hai
उस बेवफा से हस के मिलती हू वो भी सोचता है इतने गम के साथ ये कैसे हसती है
कभी बाहो मे था जिनको सुलाया, उन्होने ही हमे सबसे ज्यादा रुलाया
जो करते है मुझसे उम्मीद गुलामी की उन्हे कभी ना दूंगी मे सलामी
मे क्या मेरा साया भी मुस्कुराता है मेरा रब भी दर्द सहन करना मुझसे सीखता है
जीस दिन पराये घर मे ये दिल प्यार के लिए तरसता है उसी दिन तानो का कहर बरसता है
जीस दिन होगी किस्मत उस दिन हम पे भी खुदा की रहमत बरसेगी
मत चुनो मुझे देख के शरीर का आकार, में लड़की हू नहीं हु किसी वस्तु का प्रकार
तेरी बेवफाई का हिसाब दूंगी, तूजे बदनामी का इनाम सरे आम दूंगी
जीस बेवफा के नाम की सजाती थी सिर पे बिन्दिया, अब वो रोज मुझे रुलाता है निन्दीया मे
हर दोस्त कीमती है दोस्तो में ही मेरी दुनिया सिमटी है
मानती हू हम हर बार गलत थे लेकिन हम मोहब्बत में थे
मेरी फिक्र नहीं है तो जिक्र भी मत करो
कोन कहता पत्थर दिल नहीं रोता वरना पहडो से झरना नहीं निकलता
यहा सब मतलब के यार है यहा दिल नहीं जैब देख के होता प्यार है
लड़ रहा हूँ अपनी ही परछाई से, टूट गया मैं एक बेवफा की बेवफाई से।
हमारी वजह से किसी का खुशी से चेहरा खिलता है तो हमे एक प्यारा सा शुकून मिलता है