दूसरों की कमियाँ ढूढते-ढूढते साला मैं खुद कमीना बन गया.!
Tere ishq me chur chur rehti hun, mujhse dur naa jaa.
मान अपमान के पिछे पागल होके लोग अक्सर अपना समतोल बिगाड लेते है |
Aansu hai ye, berang khoon hai dil ke tumhare, inhe paani ki tarah yun na bahao - please.
जितसे अहंकार आता है और हारसे निराशा,अपनी भावनाओंपे काबु रखना चाहिये|
क्यूँ चाहत इतना तड़पाती है, दिल को दिल का ही कातिल बनाती है.!
चाहत की बातें क्यूँ वो ना जाने जिसके लिए दिल करता बहाने.!
कोई यहा किसी को नहीं है समझता हर कोई बस है रुलाता
Saath to sabko mil jata hai par use nibhane ka tarika har kisi ko nahi milta.
Ummedein tab rakho jab khud sbki ummedein puri kar sako.
Mera dil jal raha hai teri yaad me, aake ise is jalan se mukt kar de.
मेरी जिंदगीमें आके चार चाॅंद लगाके कहीं खो न जाना जिंदगीको अंधेरा बनाके|
हर रोज यहा लोगों को प्यार होता है कोई नहीं सच्चा यार होता है
Tumhe khoke bhi aj bhi tumse pyaar karna apni khushkismati samajhte hai.
आँखों में रहती हो मगर तुम नजर नहीं आती.!
धूप में जलके निखरना है अब किसी साये से नहीं बिखरना है
दिल चुराने का भी गजब है हुनर और जो दिल चुराता है वो ही नहीं करता कदर
तुम्हारी नजरों ने तो हमें पहली ही मुलाकात में लूट लिया.!
दोस्ती और प्यार के बीच के रास्ते मे शायद ऐसा ही होता है, उलझने तो होती हैं पर लब्जों में बयां नहीं होती।
कभी-कभी आंखें कुछ और कहती हैं और जुबां कुछ और..., ये तेरे सामने आने पर ही ऐसा क्यूँ होता है।
कहते हैं जब चुप होते हैं लब, तब भी सब सून लेता है रब