रिश्तो को कभी धन से मत तोलना, रिश्ते सुंदर बनेगे जब सीखोगे मीठा बोलना
मा मेरी अनमोल है सारे गम मिटा देता उसका एक बोल है
मेरी जिन्दगी में खालीपन है कोई पता बता दो कहा मिलता ये अपनापन है
एक उलजी पहेली हू खुशी की नहीं गम की सहेली हू
किसी को हाल है दिल मत बताना यहा हर कोई जानता है सताना
जीन मा - बाप से मिलती है पहचान, मत भूलो करना उनका मान
मे क्या मेरा साया भी मुस्कुराता है मेरा रब भी दर्द सहन करना मुझसे सीखता है
कोन कहता पत्थर दिल नहीं रोता वरना पहडो से झरना नहीं निकलता
जो मा - बाप हमे सूखे मे सुलाते थे वो आज अकेले आंसू के साथ सोते है
हर रोज मेरे अपनो का बाजार लगता है यहा और मेरे गम के लिए मरहम नहीं नमक मिलता है यहा
कोई शिकायत करना बंद कर दे तो सोच लेना उसके जीवन में आपकी एहमियत कम हो गयी है
Kisko batau me kya chahta hu, pita hu ek or sirf dua chahta hu.
Ye jo nanhi si gudiya hai, jo ab badi ho rahi hai wo bas aise hi mere pas rahe yahi chahta hu.
Ma tere narm narm se hath kab meri parvarish me kadak ho gae tujhe pata hai na chala par mehsus kar liya ye mene.
ऊन बच्चो को सड़क पे सोते देखा तो सोचा क्यूँ मे रोती हू कम से कम हर रोज घर की छाव मे तो सोती हू
मेरा प्यार,तुम्हारा ईन्कार तुम्हारा प्यार ,मेरा ईन्कार रब जाने जिंदगी कैसे कटेगी|
किस्मत से ज्यादा कोई सख्त नहीं होता वरना कल तक जो हसता था वो आज खून के आंसू नहीं रोता
जो था मा के आँख की ज्योति उसी ने छोड़ दिया जब मिल गयी उसे पत्नी की प्रीति
किसी पे उंगली उठाना आसान है लेकिन किसी की और हाथ बढ़ाना उतना ही मुश्किल है
....हाँ पागल हूँ मैं, तेरी दीवानगी में !
प्यार में जब तक पागलपन न हो प्यार का मजा ही कहां आता है!!!