मा तु कहा है आज इन परायो के बीच फिर मेरा आंसू बहा है
दुख तो घर - घर की कहानी है यहा घोर से देखो सबकी आंख मे पानी है
मोहब्बत एक ऐसी फिलिंग है, जो न चैन से जीने देती है और न ही मरने देती है!
दिल भी अजीब है, यह टूटने के बाद दिखाता है कि यह कितना ताकतवर है !
मुझे तेरी बेवफाई ने मारा, पर अगर खुदा मुझे मौका दे तो मोहब्बत तुझी से करूंगा दोबारा।
मेरी इन आवारा नजरों की तलास शायद अब ख़तम हुई !!
क्या चाहत से भी आगे कोई दुनियाँ होती है ????
इन्सान चाहे कितनी भी तरक्की कर ले लेकिन अपनी एक लत तो शायद कभी नहीं छोड़ने वाला- दूसरों को इस्तेमाल करने की !!
Dushmn bhi kabhi kabhi kaam aate hain, phir bhi unpe bharosa kiya nahi ja sakta na?
क्या कोई है नज़र में, मेरे भी लायक..??
जीनको अपनो में किया था शामिल वो ही निकले मेरे कातिल
ये आँखे बहुत दुखती है जब टूटे ख्वाबो के साथ रोती है
ये जमाना छोड़ा जिसके खातिर वो निकला दिलो से खेलने मे शातिर
तुझे रूह तक देने के बावजूद आज तेरा मेरे लिए कोई वजूद नहीं है
तुम से बेहतर कोई मेरी जिन्दगी में बसता है जिसके नाम का सिन्दूर मेरी मांग में सजता है
उन्हीं सपनो में फिर खोना चाहता हूं, जिन सपनों ने मुझे बर्बाद किया !
किसी अपने को मत छोड़ो जो तुम्हें बनाता है उसे मत तोडो
शायद हू खिलौना इसलिए हर कोई तोड़ने का ढूँढता है बहाना
शर्तो पे जीना क्या होता है अब सीखा है अपने और अपनो जैसो मे फर्क अब दिखा है
हसी का पहनते है चश्मा जब मिलता है सदमा
जहा बिस्तर पे मोहब्बत टूटती है वो सच्ची मोहब्बत नहीं होती है