उन्हे पसंद है हमे रुलाना, इसलिए शायद जिन्दगी ने भी हमे छोड़ दिया है हसाना
जब भी मेरे बढ़ते कदम रुकते हैं तब मा - बाप की सूरत को ये दो नयन देखते हैं
जिसे पाने के लिए की थी हमने कोशिसे तमाम, वो ही आज हमे कर रहा है बदनाम
महसूस करके देखो मोहब्बत का दूसरा नाम है पवित्र जज्बात
जब साथ कमीने दोस्त हों, तो कमिनापंती तो हो ही जाती है !
सिंदूर वो है जो उन्हे मेरे पास ले आता है जब वो होते हैं दूर
एक दिन पहुंचेंगे उस मंजिल पर की हमारे नाम लेने के भी लगेंगे दाम
तुम मुझे अपना समझो यह तो तुम्हारी मेहरबानीयाॅं ही तो है|
मोहब्बत वो दुआ है जो किस्मत वालों को मिलती है
खूद के नजरों में जब गिरते हैं तो आईने मे भी फरेब दिखता है
रानी कहता था इसलिए आज मेरी आँख मे देता है पानी
इतना जरूरी मत समझो पैसों को कमाना जिसके लिए अपने असूलो को पड़ें गवाना
जिसने कहा था कभी मेरे दिल को अपना घर, आज उसी के लिए भटक रही हू दर - बदर
जिन्दगी मे आगे बडना जरूरी है जिन रिश्तों मे दम गुटे उनमें दूरी जरूरी है
अपने पैरों पे खडा होना है दुनिया की नहीं खूद की नजरों में बड़ा होना है
तूझ पे निगाहे रुकती है इसलिए दुनिया मुझे तेरा आशिक कहती है
सपने वो पूरे होते हैं जो बंद आंखो से नहीं खुली आंखो से देखे जाते है
उसने बनाया जीन्दा लाश जो कभी था मेरे लिए खास
कैसे कहु मैंने कितना है सहा, मेरी कहानी कहता है मेरी आंखो से जो आंसू है बहा
दिल तुझे ही चाहता है तेरी जुल्फों मे ही चेन पाता है
तन्हाई ही बेहतर है, अगर दुनिया झूठी है.... फरेबी है....!