ख़ुदा ने भी जब हमें बनाया होगा तो जुदा ना करने की कसम खाया होगा।
क्या कोई हमें जुदा कर सकता है अगर हम न चाहें तो !!!
...अब तो तुम इस दिल में हर पल रहते हो !
एक बार हाँ तो कर तुझे पलकों पर सजा लूंगा, तूँ सपने देख तो सही हकीकत मैं बना दूंगा।
किसी को अपना कर छोड़ना किसी पाप से कम नहीं है !
किसी पर भरोसा करना गलत बात नहीं है, पर भरोसा करते रहना शायद गलत हो सकता है।
किसी का सहारा बनो पर किसी के सहारे मत जिओ।
..अब तो अपने ही साये से डर जाता हूँ मैं, शायद अब किसी को अपना न कह सकूँ !
रंग था मेरी जिन्दगी में, पर जब से सफेद रंग आया मेरी तो दुनियाँ ही वीरान हो गई।
तेरी सोच से शायद परे हूँ मैं, अगर तूँ मुझे समझ पाती, तो किसी और के साथ भागने से पहले ही डर जाती।
शायद भूल तो कभी न सकूं तुम्हें, पर हाँ तुम्हारी याद के साथ मर जरूर जाऊँगा !
तूँ कहती है मुझे भूल जाओ, अरे! तुझे याद करके ही तो जी रहे हैं हम ।
हाँ तूँ बेवफा नहीं है, मुझसे पहले शायद किसी ने तुझे दुआ में मांग लिया होगा..!
हर वक्त मेरे लब लेते है, तेरा नाम रब
जब श्वास लेने की भी नहीं मिलती छुट तब रिश्ता जाता है टूट
मेरा जहन आज भी उसकी यादो को करता है सहन
जिसकी खुशी के लिए मैंने कोशिशे की थी तमाम, आज उन्होने किया मुझे सबके सामने बदनाम
उनका हाथ थामना अच्छा लगता है उनकी आँखो का प्यार सच्चा लगता है
किसी भी रिश्ते में रहम रखने से अच्छा है उसे कर दो खत्म
जब सपने मेरे है तो उसे पूरे करने के तरीके भी मेरे अपने होंगे
खास नहीं रहना है आम, हमे आम बनके अपनो के बीच बितानी है हर शाम