तेरी खातिर हर पल देखो रहता है बेताब ये दिल, ना जाने ये कैसे-कैसे गुन रहा कब से ख़्वाब ये दिल।
टूटा दिल आज भी आंसू के रूप मे गिरता है
शुक्रिया ए खुदा इस नाचीज को आपने मोहब्बत जेसी चीज से नवाजा
सागर जैसी आँखों मे झरने जैसा पानी है, मोहब्बत मेरी थी अधूरी फिर भी एक फेमस कहानी है।
ख़्वाबों के दिये आँखों मे लिए ढूढ रहा था मैं जिन्हें, वो दिल में कही थे पहले से ही दबे-दबे !
खोया है दिल जिसके ख़यालों में सुबहो शाम, कैसे जुबां पर लाऊँ दोस्तों मैं उसका नाम।
काश! लम्हें रुक से जाते जब वो मेरी बाँहों में हो।
तुम आ गए तो नूर आ गया है, नहीं तो जिन्दगी बेवज़ह जा रही थी।
मैं तुम्हें ढूढता नहीं हूँ, क्योंकि जब भी ढूढता हूँ ख़ुद में ही पाता हूँ।
वो मेरी जिन्दगी में नहीं है फिर भी वो मेरी जिन्दगी है।
अगर कहीं गम मिल जाये मुझे तो मैं उसे पकड़ कर जीभरकर रो लूँ, ताकि गम को भी गम का अहसास हो जाये।
क्या करूं मैं अपनी इन नजरों का जिधर भी देखूं बस तुम ही तुम नजर आती हो, ये सिर्फ मेरा पागलपन है या तुम भी पागल थी मेरे लिए।
बरसों होगए बिछड़े अब साथ नहीं हो तुम, पर ऐसा क्यों लगता है जहां मैं हूं वहीं हो तुम।
अगर आप किसी से सच्चा प्यार करते हैं तो नफ़रत कभी भी नहीं कर सकते, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों।
मैं तो उससे प्यार कर बैठा था न फिर नफरत कब से करने लगा, ......और क्या फर्क पड़ता है कि वो बेवफा है !
जिसको मैं अपना समझता हूं क्या वो मेरी ही है !!!!
हर आईना टूटा लगे सच भी हमें अब झूठा लगे, जिन्दगी का क्या पता है यारों हो सकता है जो आज सच है कल झूठा लगे।
मुझे सालों लग गए अपनी पहचान बनाने में, लोगों को एक पल भी नहीं लगा मुझे भुलाने में।
क्या करूंगा मैं किसी को जानकर जब कोई मुझे पहचानता ही नहीं।
मुझे चाहत नहीं किसी को अपना बनाने की, मुझे चाहत है तो सिर्फ रिश्ते निभाने की।
चाँद भी बादलों में छुप जाता होगा, जब तेरा चेहरा उसके सामने आता होगा।