इशक की गलियों में नहीं है वो संग अकेले हर गली करती है मुझे तंग
बेटी नहीं घर की नाक हू आजमा के देख लेना कितनी पाक हू
परायी बेटी अगर तानो से तुम्हारे रोती है तो मत भूलो तुम्हारी बेटी भी किसी ना किसी घर में बहू बन के रहती है
लोटा गयी वो मुझे अपना दिल बस एक महीना भूल गया था भरना उसका फोन बील
लड़की देखते ही लड़के बन जाते है सिकंदर शादी की बात करते ही बन जाते है बंदर
बेवफाई में इंसान सब कुछ सीखता है मेरा हर एक ख्वाब कोडियो में बिकता है
ऐसे ही लड़के नहीं बनते शायर ना जाने कितनी स्कूटी का बनना पड़ता है फटा टायर
चाहत का कोन सा है ये पैमाना मेरी सूरत की बजाय दिखाता तुम्हें है मेरा आईना
जिन्दगी ख्वाहिशो का बोझ है एक ना एक पनपती हर रोज है
अगर तुम बेवफा होती, इन्तजार नहीं करता मैं आपका,, ये मेरा विस्वास है जो आपको मेरी तरफ खीचता रहेगा..... ,हमेशा-हमेशा ।
अब पता चला मुझे अपनो की बेवफाई का अरे मेरे मरते ही वह उसके साथ भाग गई जो कल तक उसका भाई था।।
सब मेरे,, कहने वालों मौत में ना साझेदारी होगी,, चलती रहेगी ये दुनियाँ न मेरी होगी न तुम्हारी होगी ।।।
छोटी सी अभिलाशा मेरी नीले गगन के तले, रिमझिम-रिमझिम बरसे सावन, हवावों में बस प्यार रहे,मैं भी इनके संग रम जाऊं तोड़ सभी बंदीसों के कड़े ।
ले चलूँ चाँद पर तुमको, तारों की पहरेदारी होगी,क्या डर-डर के जीना मरना दुनियाँ सिर्फ हमारी होगी ।।।
यह दिल है तेरा ही दीवाना इस दिल में तेरी मोहब्बत है आंखों में जरा देखो मेरी मेरा प्यार है तेरी सूरत है
रहता है तेरा नाम ही दिल की जुबा पर एक चांद है जमीन पर एक आसमान पर
जब देखते हैं महबूब तुम्हारी सूरत को हम उस वक्त समझ लेते हैं जन्नत में आ गए हम
Tera intezaar bahut hai kiya Tujhse pyar bahut hai kiya Par ye tu na smjh paya piya Dil mera tod k to mujhse utna hi dur chla gaya.
नशा कोईभी हो कुछ समयकेबाद उतरताही है और सारी बाते साफ साफ नजर आ जाती है|किसीकी नजरसे उतरनेकी गलती मत किजिये|
तेरे नैना मेरे नैनों की क्यूँ भाषा बोले ......... ये राजू तू गाना भूल गया रे बाबा इसके आगे है ....ओले ओले ।
छोड़ कर तुझे मैं जाऊंगा कहाँ ,, तेरे बिना ही अपना जहां बना लूँ ऐसी जगह की कहाँ!!!!