तूने तोड़ा है मुझे इस कदर , आज तूजे ढूंढती फिर रही हू दर - बदर
टूटे दिल के साथ भी जीने मे अपना मजा है , बिना किसी गुनाह के तन्हाई की काट रहे सजा है
नहीं चाहिए मुझे कोई कोहिनूर , तूज मे दिखता है मेरे जीवन का नूर
तुम्हारी बाहो मे जिन्दगी सुलझाने निकले थे , और तुम इन जूठे वादो में मेरी जिन्दगी उलजाने निकले थे
तूज से ज्यादा तेरी तस्वीर से प्यार है , तू तो रूठती है और तस्वीर तो हर पल मुस्कुराती यार है
हम तो तब खुश होते है जब गम मे जीते है , गम मे ही तो सच्चे अपनो का पता पाते है
इतनी दे दी हमने उन्हें प्यार में अहमियत , हमारे प्यार की ही उन्होंने लगा दी कीमत
पति हो परमेश्वर नहीं मेरी किस्मत का फैसला करने वाले ईश्वर नहीं
तूँ मुझे चाहे या ना चाहे, तुझसे प्यार ही न करूँ ये तो मुकम्मल ही नहीं।
लोग तो क्या मौत भी नहीं रोक सकती तुझे मेरा बनने से ।
तुझसे वादा इतना ही कर पाऊंगा, मौत के पार भी अपनी दीवानगी को लेकर जाऊंगा।
इश्क़ की आँधी को ये रोकने चले हैं, अरे यही तो जिंदगी है वरना मौत की तरफ ही हम मरने चले हैं।
इश्क़ ही जमाने पर नया रंग चढ़ायेगा, हम तो आजाद परिन्दे हैं हमें उड़ने से कौन रोक पायेगा ।
अजीब दस्तूर है दोस्ती का, वो मेरी मोहब्बत को दोस्ती का नाम दे कर जा रहे थे, मैं कन्फ्यूज देखता रहा दोस्ती निभाऊं या मोहब्बत बचाऊँ।
Thi jahaan me meri koi pahachaan nahi, tere esq me masahur ho gaye.
Saath dene ka vaada esaaron-esaaron me kar diya, jo kabhi n kaha vo ak jhatke me aankho se kah diya.
खिलौना नहीं हू मे एक जीन्दा अस्तित्व हू , पति को जिससे मिले पहचान वो सतीत्व हू
हर शख्स कहता है मर्द कभी रोता नहीं है , कोई ये क्यूँ नहीं कहता की मर्द कभी रुलाता नहीं है
बेवफाई वो दर्द है जिसे पीने के बाद टूट जाता है बड़ा से बड़ा मर्द
तुम से ही मिलता है हमारी प्यार की नाव को किनारा , तुम साथ रहना नहीं चाहिए कोई और सहारा
उनमे हमारी खुशी बसती है , एक वो ही तो है जिनसे हमारी जिन्दगी महकती है