मेरे लिए अपने आँसू और भावनाओं को जाया मत करो, मेरा तो अतीत भी अन्धकार था और भविष्य भी।
यदि क़ुदरत को मंजूर नहीं है हमारा साथ, तो 'कल' के लिए मैं क्यूँ अपना 'आज' खोता रहूँ !
कभी हमने भी चुने थे गलत रास्ते उन्होंने हमे छोड़ा ये दुनिया छोड़ी थी जिनके वास्ते
खुश होके जीयो जिन्दगी पचपन में भी ले लो बचपन का मजा
कहने को सब आपके हैं पर सिर्फ आपका सायद कोई नहीं !
एक उम्मीद का परिन्दा जो है तेरे लिए जिन्दा, आएगी न तूँ 'बसन्त' बन के ???
परायी बेटी को देख नीयत तुम्हारी बिगड़ती है तो मत भूलो तुम्हारी भी बेटी कभी ना कभी घर में अकेली रहती है
आलसीपन वो कीड़ा है जो जीवनभर देता हमे पीड़ा है
जब से मेरा रब मुझसे रूठा है तब से ये जमाना भी लगता जूठा है
इशक हर कोई करता है जबकी सबको पता है इशक दुनिया के लिये एक खता है
काश लोट आये वो बचपन की मासूमियत, तंग है उम्र के साथ बढती हेवानियत से
अब लगती जिन्दगी एक धोखा है, खुशियां न मिल सकी मुझे, ये आँसू ही उनका तोहफ़ा है।
जिन्दगी में ऐसा पल ना आए जब तुम मेरे साथ न हो, वरना लोग अपनों से ज्यादा गैरों पर विश्वास करने लगेंगे।
ऐसी कातिलाना अदाएं ना बिखेरा कर पगली, दिल का मरीज हूँ!!!!
काश ये झूठ होता कि जिन्दगी चार दिन की है, मैं तो तेरे साथ सदियों जीना चाहता हूँ।
अच्छा होता कि मैं इस झूठी ख़ुसी के साथ कुछ पल और जी लेता!!!
तेरे इस खौफ़नाक सच को तो सायद वफ़ा नहीं कहेंगे, तो मुझे ख़ुसी है कि तेरा झूठ ही मेरे साथ है।
अगर आप किसी के दुःखी चेहरे पर एक स्माइल ला सकते हैं, तो सच मेरे दोस्त, आप में यह बहुत बड़ी ख़ूबी है।
'हँसी', वजह चाहे जो भी हो पर जब भी आती है, सारे दुःखों को एक पल के लिए समेट लेती है।
ये मेरी पागलों जैसी हँसी ही मुझे मौका देती है, दुबरां मुस्कुराने का !
जी भर गया न तुम्हारा, पर याद रखना - तुम उस दिन बहुत पछताओगे, जब मुझे छोड़ कर तुम खुद तनहा हो जाओगे।