अगर मुझ पर विस्वास है तो अपने दिल पर हाथ रख कर कहो-ये विस्वास कभी नहीं टूटेगा, जिन्दगी रहे ना रहे पर अपना साथ कभी नहीं छूटेगा।
मेंरी छोटी सी ही तो चाहत है, कोई मुझसे भी प्यार करे, झूठा ही सही पर थोड़ा इकरार करे।
मेरी पहचान मेरे दोस्तों से है, इसलिए मुझे दोस्तों पर भरोसा ही नहीं घमंड भी है।
अंग्रेजी का लव भी तुम से है हिन्दी का प्यार भी तुम से है बस तुम इजहार करो की तुम्हें भी उर्दू का इशक हमसे है
हर गम भूल जाती हू जब मा के आंचल में सोती हू
तानो से ये दिल रोता है अक्सर तन्हाई में ये दिल सूबकता है
मे वो टूटा काच हू जिसके आत्मसम्मान पे हर रोज लगती आच है
तेरा बीता कल हू तेरे जूठ का जीन्दा एक पल हू
दिल मांग लोगे तो जान दूंगी लेकिन आत्मसम्मान कभी नहीं दूंगी
मा बेटे से पानी मांग रही थी और बेटा हैप्पी मदर डे के sms करने में busy था इसलिए मदर डे मा के साथ मनाओ फ़ोन के साथ नहीं Happy mother's day
वक्त से शिकायत मत करो क्यूंकि अच्छा वक्त नहीं रुका तो बुरा कहा रुकेगा
इस दुनिया मे सलाह से ज्यादा सस्ता कुछ नहीं मिलता
समझ नहीं आता ये जिन्दगी है या जंग, यहा हर राह है तंग
मोहब्बत का दस्तूर है निराला, किसी को मिला भरा-भरा तो किसी को खाली प्याला।
बेवफ़ाओं का यही दस्तुर है, इनका कुछ है तो सितम ही मसहूर है।
तुझे पाना मुश्किल ही सही, पर पाये बिना चैन कहाँ आता है!!
पता नहीं क्यों आज कल मेंरा हर एक रास्ता तेरी ही गली तक जाता है, मैं भटका नहीं हूँ राहों में मेरा दिल मुझे भटकाता है।
इस अंधेरी राहों में अगर किसी का साथ मिले, तो सायद रास्ता अपनें आप उजागर हो जाएगा।
अब भी वो तेरी ज़ुल्फ़ों के साये, जैसे कड़कती धूप में मेरा साथ दे रहे हों.... फिर कैसे भूल जाऊँ मैं तुम्हें।
एक गुलदस्ते में रखा फूल हूँ मैं, पर खुश्बू तुम तो, जीने की महेज़ आश हूँ मैं पर जिन्दगी तुम हो।
कल सायद नयी कली फिर खिले मेरे गुलशन में, पर मेरी तो खुश्बू ही तुम थी।