तेरी आंखों ने जो किया मेरे दिल को इशारा, भोला था दिल बहक गया बिचारा।
सोयी नजर थी सोये नज़ारे, देखा जो तुझको जग गए सारे।
ये प्यार की आग है जितना बुझाओ उतनी ही बढ़ती जाती है!!!
लड़की देखने वाले लड़की को ऐसे करते है चेक जैसे शादी के बाद शो केस में रखेंगे करके उसको पैक
मुझे चाहिए बचपन का वो मासूम खिलौना, नहीं बनना है अब मुझे सयाना
कुछ लोग कहते हैं पैसे से बड़ा कुछ भी नहीं, पर वो ये क्यूँ भूल जाते हैं उनकी माँ नें उन्हें पैसा लेकर तो नहीं पाला!
पति दस साल घर से बाहर रहे फिर भी पत्नी अपना लेती है और पत्नी दस घंटे बाहर रहे तो भी पति नहीं अपनाता
आज भी बेटी के अरमान पाबंद है और ख्वाहिशों का दरवाजा बंद है
मेरे दर्द को मिली आज इतनी एहमियत, मेरे हर शब्द की आज मिलती है किमत
अब कोई एहसास ही नहीं होता, लाख गम मिले लेकिन दिल नहीं रोता
जब उनका नाम मेरे नाम से जुड़ता है तो ये जमाना जलता है
जीन बच्चों के लिए मा नींद गयी थी भूल, आज उन बच्चो को शर्म आती है जब मा से होती है एक भूल
एक रात का चाहिए सबको साथ पूरी जिन्दगी के लिए कोई नहीं पकडता हाथ
तन्हाई में मरहम का काम करता है ये जाम
मेरा इशक तुम्हें भी रुलाएगा, मेरे साथ का हर पल तुम्हें भी सताएगा
खूद को खुश रखो खुदा भी खुश रहेगा
मेरी धड़कन में आज भी तेरी दोस्ती महकती है तू ही तो संभालता है जब पीके मेरी टांगे बहकती है
जिनके इशक पे हम रहे थे ईतरा, बेवफाई के रंग में रंगा है उनके खून का हर कतरा
कल तक जो हम पे जताते थे हक आज वो हमारे इशक पे कर रहे है शक
भूल समझ के हमे नहीं हमारी भूल को भूल जाना Sorry
आज भी तु प्यार है किसी और का तूजे चाहता कोई और है गाना सुनके दस मे से सात लड़के senti हो जाते है