जीलो ये पल पता नहीं कैसा होगा आने वाला कल
संयम से बड़ा कोई तप नहीं है त्याग से बड़ा कोई जप नहीं है
ना गिनाता है और भूल जाता है मैंने गलति की कब है, उसे कहती ये दुनिया रब है
रब अपराधों से देना मुक्ति, सत्य के मार्ग पे चलने की देना शक्ति
तानों से नहीं आती बेटी पर आच, बेटी नहीं होती कोमल सा काच
हमने तो वो ही कही है जो इन आँखो ने हर रात सही है
नमी के साथ जीने का अपना ही मजा है हमारी नमी से गम को भी मिलती सजा है
किस्मत जब भी हमसे रूठती है मेरी हर ख्वाहिश टूटती है
दर्द ही तो वो है पैमाना, जिसमे पहचान लेते है ये सारा जमाना
हमे तो काटो से मोहब्बत है किसे चाहत है फुलो की आज भी मुस्कुराते हैं जब चुभन होती है अपने असुलो की
हमारा नहीं उनका भी उजड़ गया आशियाना उन्हे दिल मे बसाने वाला नहीं रहा अब कोई परवाना
जरूरी नहीं दिल आँखो से होता चोरी है कभी प्यारी बाते भी बन जाती दिल चुराने की डोरी है
दिल सिर्फ तुम्हारा है तुम्हारा हर गम हमारा और हमारा हर खुशनुमा पल तुम्हारा है
खूद की नजरो मे इंसान गिरता है हर पल मरता है
तु मेरा संगीत है तूज से मिलती मेरे जीवन को प्रीत है
जो करता है मेरी फिक्र हर वक्त उसका लबो पे आ जाता है जिक्र
मुझे पता है मे गलत हू कभी ना भूला जाने वाला अनचाहा वक्त हू
बोहत लग रहा है डर ना जाने अब कोन सा किस्मत का बरसेगा कहर
खो गया है एहसास शायद इसलिए अब नहीं होता किसी पे विश्वास
तारीफ की किसको है चाहत दुश्मन के साये में मिलती है हमे राहत
खुश है पिछली शदी के है हम आज भी पराये गम से आँखे कर लेते हैं नम