ख्वाहिशे बनती है कारण, गमो की नुमाइश का
Bura waqt sabka aata hai, tera main laungi.
तु एक भूली हुई बात है फिर भी तेरी याद आती हर रात है
आँखो मे आता है पानी जब कहती हू मेरी कहानी
ये प्रीत नहीं मानती जमाने की रीत
उसकी जुल्फों से भी कयामत है इन्हे देख के मेरा अपना दिल मुझसे करता बगावत है
तूजसे शुरू होता मेरा मजहब है तू मेरा पहला रब है
मुजे वो रुलाता है फिर भी दिल उसकी खुशी चाहता है
हर रोज भागती हू दोडती हू फिर भी हसती हू
कभी - कभी खेल मे हो जाता है मन से मित का मेल
तुझे रूठने से मना लूँ .......अरे तूँ तो बनी है मेरे लिए.!
टूटे दिल से एक ही दुआ निकलती है ये नजरे आज भी मेरे यार की तस्वीर पर टिकती है
उस नवाब के ख्वाब मे जिन्दगी बन गयी है आंसुओ का सैलाब
आज भी आंसू गिरते हैं हजार, और वो याद आते हैं बार - बार
हर रात उनका भीगा तकिया बताता है वो कितना प्यार करते हैं और फिर कैसे हमे भूल गए कहते है
चिंता है मुझे कल की इसलिए आज कदर कर रही हू हर पल की
ये दिल भी उसी पे आता है जो कभी नहीं मिलता है
सोचा था कैसे लोग दर्द में मुस्कुराते हैं, पर वक़्त की करवट तो देखो आज हम भी उसी तरह अपना दर्द छुपाते हैं।
जो दिन रात करते हैं वस्तुओं का भोग वो क्या समझेंगे योग
जब मेरा मन उदास होता है तब मेरा हर पल निराश होता है
अच्छे की चाहत में सच्चे इंसान को कभी मत खोना