Waada for waada hai mai tere liye zaher pi jau lekin sharat ye hai ki koi baho me sabhal le mujko
Kuch to sahram kar qismat, galti teri hoti aur naam muhobbat ka
Ab teri in pyar bhari baato se zakham bharte nhi badhte hain
Janab aap se jyada achchi to hamari shatranj hai kamse kam apno ko to nhi marti hai
प्यार में डूबने का डर कैसा?, यहाँ तो डूबकर ही मजा आता है!
अब किस दस्तक का है तुम्हें इंतजार, बाँहें फैलाकर बुला रहा है तुम्हें हमारा संसार।
किसी भी कामके लिये परावलंबन यह अच्छी बात नही,स्वावलंबन हमेशा स्वाभिमानभी जगाती है|
मैं महसूस करना चाहता हूँ तुम्हारे दर्द, तुम्हारी ख़ुसी, और तुम्हारे सपनों में जीना चाहता हूँ, क्या दोगी ये हक तुम मुझे??
मेहनत यह एक ऐसी चाबी है जिससे कई बंद दरवाजोंके ताले भी बडी आसानीसे खुल सकते है|
राहो में जब तुम साथ हो तो मंजिल की किसको ख्वाहिश है
हर पल मत दो ताने बनाके अलग - अलग बहाने
एक दिन कटेंगे संघर्ष के पल, एक ना एक दिन आएगा सुनहरा कल
तेरी बेवफाई नें मुझे क्या खूब शिला दिया, मेरी ही दुनिया में मुझे तनहा बना दिया।
मेरी पूरी कहानी जुडी थी तुमसे पर तुम तो अपना किरदार ही भूल गई!
मेरा दिल एक कोरा कागज था जिस पर तुमने प्यार का पैगाम लिखा और खुद ही लापता होगए !
मैं तुम्हें कैसे बताऊं तुम मेरे जीवन की संगीत हो, जिसे मैं गुनगुना कर अपनी पूरी जिन्दगी बिता सकता हूँ ।
भावनाएँ आँसू बनकर बहती रही मेरी आँखों से, और तुम कहती हो मैं कुछ समझ ही नहीं पाई।
बन्द आँखों को खोल दूँ कैसे, इश्क़ रघ-रघ में घोल दूँ कैसे, ये जमाना बड़ा नासमझ है!
हिन्दी का पहला अक्षर 'क-कल्पना' से सुरु होता है और 'ज्ञ-ज्ञानी' पर खत्म। ...इसलिए अतुल्यनीय है हिन्दी भाषा।
इस तरह मैनें अपने प्यार को जिताया, मरते-मरते भी अपनें मेहबूब को हँसाया।
मेरी मोहब्बत को इतना कमजोर मत समझो, ये मेरी मौत के बाद भी जकड़े रहेगी तुम्हें।