मेरा प्यार,तुम्हारा ईन्कार तुम्हारा प्यार ,मेरा ईन्कार रब जाने जिंदगी कैसे कटेगी|
जजबातोंमें उलझा हूॅं,कहीं रिश्ते टुट ना जाए|
मुबारक हो तुमको समा ये सुहाना,मुझे मेरी तनहाईयाेंके साथ ही है रहना|
रिश्तोंकी नजदिकीयाॅं अपनापन बढानेमें काम आती है|
गरम दिमाग और नरम मिजाज अक्सर परेशानी बढाते है|
कल तक दिल में रहना चाहती थी, आज जान भी लेने आगयी वो !!
मेरी जिन्दगी में आकर मुझको मुझसे मिलाकर जाने कहाँ वो चली गई मुझे सपनें दिखाकर!
सुहाना मौसम और हवाओं में नमी है, बस मेरे यार तेरी ही कमी है!
ख्वाबों का जीन्दा मंजर हू मे, कभी करीब आके देखना टूटी इच्छाओं का शहर हू मे
तु नाचीज नहीं है मेरी मुस्कुराहट का ताबीज है
जुदाई से डर नहीं लगता, डर तो बस इस बात से लगता है कि कहीं आप मुझे भूल ना जाओ !
जिन्दगी की हर सुबह एक उम्मीद के साथ शुरू होती है और शाम एक सबक के साथ खत्म !
दो प्यार करने वालों को ये दुनिया मजबूर तो कर सकती है पर दूर कभी नहीं, क्योंकि प्यार एक एहसास है..!
मैं तुझसे दूर हूँ, मजबूर हूँ पर मैं तुझे भुला नहीं।
तुनें मेरा साथ भले ही छोड़ा, पर मैं तेरे दामन पर बेवफाई का कलंक नहीं लगने दूंगा, क्योंकि झूठी तूँ हो सकती है, पर मेरा प्यार नहीं।
माना मैं लापरवाह हूँ, पर बेवफा कभी नहीं हो सकता।
बेटी होठों की मुस्कान है बेटी भार नहीं घर की जान है
मेरा कातिल मेरे अपनों मे ही शामिल है
है प्रभु बस तेरा एक ईशारा चाहिए जीवन के इस मोड़ पे तेरा सहारा चाहिए
ये राजू, ये नजरों से मारनें वाली हसीनाओं को 302 क्यों नहीं लगती रे बाबा???.....साला इतना ख़तरनाक हथियार लेकर घुमती हैं ये।
बैठ कर किनारे पर मेरा दीदार ना कर पगली........ लहरों में बह जायेगी !